Delhi: गैस चैंबर बनने लगी दिल्ली, पूरे NCR की हवा खराब, कब तक ऐसा हाल?

Delhi: गैस चैंबर बनने लगी दिल्ली, पूरे NCR की हवा खराब, कब तक ऐसा हाल?

दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर ‘गैस चैंबर’ बनने लगा है जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है। रविवार को राजधानी और आसपास के क्षेत्र को स्मॉक ने घेर लिया और इस मौसम में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 के पार चला गया। एक दिन पहले के 248 के स्तर से यह 313 तक चला गया। सोमवार को भी दिल्ली में आनंद विहार का एक्यूआई 309, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, दर्ज किया गया। 17 मई को एक्यूआई 336 था।

मॉनसून की अच्छी बारिश ने कई महीनों तक अच्छी हवा बनाए रखी। लेकिन ठंड बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर को धुंध और धुएं ने ‘काला’ कर दिया है। 25 अक्टूबर तक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होगा। सोमवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की। मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ एंड साइंसेज के तहत काम करने वाले डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण का दो सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण और पराली जलना है।

रीजनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘2.00 से सुबह 8 बजे तक हवा शांत रही जिसकी वजह से प्रदूषक तत्व एकत्रित हो गए.’ पिछले कुछ दिनों से सुबह 8:30 बजे विजिबिलिटी 1100 से 1200 मीटर थी।रविवार को 2:30 बजे विजिबिलिटी सिर्फ 1,500 मीटर तक थी।रविवार को दिल्ली में एक्यूआई 300 से अधिक रहा। एक्यूआई 436 वजीरपुर में था। एक्यूआई फरीदाबाद में 346, गरुग्राम में 268 और नोएडा में 312 था।

अभी राहत की कोई आसा नहीं है

तापमान में गिरावट और हरियाणा-पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक राहत नहीं मिलेगी, इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा। हवा की गति कम होने से प्रदूषक तत्व बाहर नहीं निकल रहे हैं। धान की फसल कटने के साथ-साथ अगले कुछ दिनों में पराली जलाने की घटनाओं में भी वृद्धि हो सकती है, जो हालात को और खराब कर सकता है। दिवाली पर आतिशबाजी का धुआं आग में घी बनाता है। दिल्ली सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन इसे लागू करना मुश्किल है।

दिल्ली में ग्रैप-2 लागू कर रहे हैं: श्री गोपाल राय

दिल्ली में ठंड बढ़ने लगी है, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा। हवा की स्पीड भी घटी है। जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। गैस वायुमंडल में बहुत ऊपर नहीं जा सकते। दिल्ली में ग्रैप का द्वितीय चरण लागू हो गया है। इसमें शामिल कदमों को ठीक से लागू करने के लिए एक बैठक बुलाई गई है। ग्रैप नियमों को बलपूर्वक लागू किया जाएगा। मैं मौसम पर नियंत्रण नहीं रख सकता, लेकिन कारक कम से कम प्रभावित कर सकते हैं। ग्रैप-2 चरण में पानी के छिड़काव और सफाई की प्रक्रियाओं को तेज किया जाएगा। बसों और मेट्रो की फ्रिक्वेंसी को बढ़ाना है। पार्किंग शुल्क बढ़ाया जाएगा। RWA गार्ड्स और अन्य लोगों को ठंड में हीटर मिलेंगे।सुविधाएं देने की बात की है श्री गोपाल रॉय ने |

 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *